उपन्यास >> पानी बीच मीन पियासी पानी बीच मीन पियासीमिथिलेश्वर
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मिथिलेश्वर का आत्मकथात्मक उपन्यास
प्रख्यात कथाकार मिथिलेश्वर का आत्मकथ्यात्मक उपन्यास है ― 'पानी बीच मीन पियासी', जो उनके समय और समाज का जीवन्त दस्तावेज है. जमीन से जुड़ा कोई संघर्षशील व्यक्ति विभिन्न समस्याओं से जूझते हुए कैसे रचनात्मकता ग्रहण करता है तथा संवेदना के धरातल पर अपनी रचना-प्रक्रिया में असंगतियों के खिलाफ आलोचनात्मक विवेक जाग्रत करने की कोशिश करता है, इसका सशक्त आख्यान है यह कृति.
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